Maa Lalita Devi Mandir
88 हजार ऋषियों की तपस्थली, वेदों और पुराणों की रचना स्थली नैमिषारण्य स्थित लिंगधारिणी मां ललिता देवी का मंदिर देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। ललिता देवी को त्रिपुर सुंदरी के नाम से भी जाना जाता है। 108 शक्ति पीठों में शुमार इस देवी मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। शारदीय और वासंतिक नवरात्र में तो काफी बहुत भीड़ उमड़ती है
Chakra Teerth
चक्रतीर्थउत्तर प्रदेश में सबसे लोकप्रिय हिंदू तीर्थ स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां 8000 ऋषियों ने एक ही समय में भगवान की पूजा की और तपस्या की थी।
Bhuteshwar Nath Mandir
नैमिषारण्य सनातन काल से ही शिव के प्रति आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। इस तीर्थ में बाबा भोलेनाथ के कई पौराणिक मंदिर है। जहां शिवरात्रि व सावन माह में श्रद्धालु जुटते हैं। बाबा भूतेश्वर नाथ मंदिर की विशेषता यह है कि भोलेनाथ तीन रूपों में परिवर्तित हैं। प्रात:काल बाल रूप में, मध्याह्र रोष रूप में, सायं काल दयालु भाव में भक्तों को दर्शन देते हैं।
Hanuman Ghari
यह नैमिषारण्य में एक प्राचीन पवित्र स्थल है जिसका समृद्ध पौराणिक महत्व है। इस मंदिर का विषय एक पौराणिक घटना है जिसमें पाताल लोक से भगवान हनुमान के उद्भव को दर्शाया गया है। इस घटना में, अहिरावण को हराने के बाद, उनके साथ भगवान राम और उनके भाई, भगवान लक्ष्मण भी थे।